Subramanian Swamy on Israel Hamas War:HN/ अपने बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी एक बार फिर खबरों में हैं. दरअसल, सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब भारत ने फलस्तीन में युद्ध प्रभावित आम लोगों की मदद के लिए दवाई और अन्य सामान की मदद भेजी है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “यदि हम भारत में इस समय इजरायलियों के लिए खड़े नहीं होते हैं जब हमास ने निर्दोष इजरायलियों की हत्या की हो. बच्चों के साथ क्रूरता और महिलाओं से रेप किया हो, तो क्या हम इस लायक रहेंगे कि भविष्य में युद्ध की स्थिति में कोई हमारे लिए खड़ा हो?”
भारत में चुनावी मुद्दा बनता जा रहा यह युद्ध
बता दें कि भारत में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है. यह अब चुनावी मुद्दा बन चुका है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल जहां फलस्तीन के समर्थन में निर्दोष लोगों की हत्या का विरोध करते दिख रहे हैं तो वहीं बीजेपी पूरी तरह से इजरायल के साथ खड़ी नजर आ रही हे. इसे लेकर दोनों तरफ से खूब बयानबाजी भी हो रही है.
शरद पवार का बयान भी बना था मुद्दा
पिछले दिनों एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इस मुद्दे पर कहा था, “अटल बिहारी वाजपेयी की ही बात नहीं है. इंदिरा गांधी के जमाने से भारत सरकार की भूमिका फलस्तीनियों के साथ रही है. लेकिन इस मामले में पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय दोनों के बयान अलग हैं. मुझे इसपर हैरानी है.”
शरद पवार के फलस्तीन के समर्थन वाले इस बयान के बाद बीजेपी ने पवार को निशाने पर लेते हुए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम फडणवीस ने पवार से तुष्टिकरण की राजनीति बंद कर आतंकवाद की निंदा करने की अपील की थी. वहीं, असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा ने शरद पवार को अपनी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले को हमास के पास भेजने की सलाह दी थी. हाईन्यूज़ !