इजरायल और हमास के बीच जारी जंग तेज होती दिख रही है. इजरायल जमीनी हमले से पहले गाजा पर एक बार फिर हवाई हमले कर रहा है. ऐसे में भीषण युद्ध की आशंका एक बार फिर बढ़ गई है. बता दें कि इजरायल ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक, सीरिया और लेबनान में ठिकानों पर हमला किया है.
इजरायली सेना ने हमास लड़ाकों से लड़ने के लिए रात भर गाजा पट्टी में जमीनी छापेमारी की. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने कहा कि हमलों का उद्देश्य उन स्थानों को नष्ट करना था जहां हमास इजरायल पर हमला करने के लिए इकट्ठा हो रहा था.
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ और ट्रक रफाह क्रॉसिंग से गाजा में दाखिल हुए हैं. इससे पहले शनिवार को 20 ट्रक मानवीय सहायता लेकर गाजा में दाखिल हुए थे. इसके बाद रविवार को 17 ट्रक मानवीय सहायता लेकर गाजा पहुंचे थे.
इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ़्ताली बेनेट ने अपने ताजा बयान में हमास के हमले की जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा है कि वह उन विफलताओं के लिए भी दोषी हैं, जिनके कारण 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में हमास का हमला हुआ.
उन्होंने कहा, “मैंने 12 महीने तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. कुछ चीजें थीं, जिन्हें करने के लिए मेरे पास समय नहीं था और फिर सरकार गिर गई. निश्चित रूप से मैं हमास के हमले की जिम्मेदारी लेता हूं.” हाईन्यूज़ !
अल-कसम ब्रिगेड और इजरायली सेना के बीच लड़ाई
फलस्तीनी समूह की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड के अनुसार हमास के लड़ाके रविवार को गाजा पट्टी में घुसपैठ करने वाली इजरायली सेना से भिड़ गए. समूह ने कहा कि घुसपैठ दक्षिणी गाजा क्षेत्र में खान यूनिस के पूर्व में हुई. अल-कसम ब्रिगेड ने बयान में कहा कि लड़ाकों ने घुसपैठ करने वाले बल के साथ संघर्ष किया, दो बुलडोजर और एक टैंक को नष्ट कर दिया और फोर्स को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया. इज़रायली सेना ने भी पुष्टि की है कि रविवार को गाजा पर हमले में एक सैनिक की मौत हो गई और तीन घायल हो गए, उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य हमास की ओर से बंदी बनाए गए लोगों का पता लगाना था. हाईन्यूज़ !