प्यार करना और उसका इजहार करना समय-समय पर बदल रहा है. पहले लड़के और लड़की के बीच प्यार होता था, फिर वो चुपचुप कर मिला करते थे. जैसे-जैसे समय गुजरा फिर आई ऑनलाइन डेटिंग, जिसने प्यार को तलाशने के तरीके को ही बदल दिया. आज के समय में प्यार के मायने बदल रहे हैं. पहले जहां एक लड़का और एक लड़की एक दूसरे को जानकर अकेले डेट पर जाते थे] वहीं अब एक नया ट्रेंड तेजी से उभर रहा है – डबल डेटिंग, ये प्यार की पाठशाला का एक नया सब्जेक्ट है.
डबल डेटिंग है क्या
आज के समय डबल डेटिंग कल्चर बहुत लोकप्रिय हो रहा है, जिसमें दो लोग या कपल्स अकेले डेट पर जाने के बजाय दो कपल्स या दो लड़के और दो लड़कियां एक साथ मिलते हैं. यानी डेट पर कुल चार लोग होते हैं. हर किसी का अपना पार्टनर होता है, लेकिन सभी एक साथ किसी कैफे, मूवी, पार्क, रेस्तरां या किसी एक्टिविटी के लिए जाते हैं. टिंडर की ईयर इन स्वाइप 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, डबल डेटिंग का कल्चर बहुत तेजी से बढ़ रहा है और महिलाएं इस ट्रेंड में सबसे आगे हैं और अहम भूमिका निभा रही हैं.
टिंडर का डबल डेटिंग फीचर कैसे काम करता है
टिंडर जो एक ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म है उसने डबल डेटिंग का एक फीचर लॉन्च किया था. इस फीचर का मकसद है कि लोग अकेले-अकेले डेट पर जाने की बजाय दोस्तों के साथ मिलकर जाएa और नए लोगों को जानें. यानी दो लड़कियों के साथ दो लड़के या दोस्तों की दो जोड़ियां एक साथ डेट कर सकती हैं. अपने तीन दोस्तों तक के साथ जोड़ सकते हैं और फिर आपकी सारी प्रोफाइलें एक साथ एक ग्रुप कार्ड के रूप में लोगों को दिखाई देती हैं. जब कोई दूसरा ग्रुप इस ग्रुप कार्ड पर राइट स्वाइप करता है और आपकी टीम में से कम से कम एक व्यक्ति भी उन्हें राइट स्वाइप कर देता है तो तुरंत मैच बन जाता है. मैच होने के बाद सभी लोग एक ग्रुप चैट रूम में आते हैं, जहां दोनों ग्रुप एक साथ बात कर सकते हैं और चाहें तो ग्रुप में मिलकर डेट पर भी जा सकते हैं.
डबल डेटिंग से पार्टनर की असली तस्वीर कैसे सामने आती है
डबल डेटिंग के जरिये आप अपने पार्टनर को परख सकते हैं कि वो आपके ग्रुप या फ्रेंड सर्किल में कैसे बर्ताव करता हैं या किससे बातचीत करता है. उसका एक अलग चेहरा आपको देखने को मिलेगा जो शायद आपको अकेले में न देखने को मिले. कई बार कोई व्यक्ति एक एक बातचीत में बहुत अच्छा लगता है लेकिन ग्रुप में उसका असली स्वभाव सामने आता है. क्या वह सामाजिक है, दूसरों की बात सुनता है, मजाक समझता है, सहज है या दिखावा करता है. इसलिए कई रिलेशनशिप विशेषज्ञ इसे एक तरह का हरा झंडा मानते हैं क्योंकि इससे पता चलता है कि पार्टनर सिर्फ आपको इम्प्रेस करने के लिए नहीं बल्कि स्वाभाविक रूप से भी अच्छा व्यवहार करता है.
रेड फ्लैग पहचानना कैसे आसान होता है
डबल डेटिंग में अगर आपका पार्टनर रेड फ्लैग है तो उसे आसानी से पहचाना जा सकता है क्योंकि आपके ग्रुप या दोस्तों की राय मिलती है. आपको अपने ग्रुप के साथ एक कॉन्फिडेंस मिलता है. वो बात करने का तरीका जिसे लेकर आपको लगता है कि मेरा पार्टनर गुस्सा हो सकता है.
सिंगल डेट की परेशानी बनाम डबल डेट का आराम
सिंगल डेट पर अक्सर कपल्स पर बहुत दबाव रहता है कि क्या बोलूँ, क्या पहनूँ, क्या सामने वाला मुझे पसंद करेगा, कहीं चुप्पी न हो जाए. इन सब बातों से माहौल भारी हो जाता है लेकिन डबल डेट में माहौल अपने आप हल्का और रिलैक्स्ड रहता है क्योंकि बातचीत में मुद्दों की कमी नहीं आती. हँसी मजाक बढ़ जाता है और awkward silence जैसी दिक्कतें लगभग खत्म हो जाती हैं. चार लोगों के साथ बातें सहज रूप से चलती रहती हैं. हाईन्यूज़ !















