गुरुश्री पं. हरिओम बुटोलिया, ज्योतिषाचार्य
Surya Gochar in Libra: 17 अक्टूबर 2025 को सूर्य तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं, ऐसे में उनकी सामान्य लीड करने वाली ताकत थोड़ी नरम हो जाती है और अहंकार पीछे हट जाता है. तुला की कोमल ऊर्जा के प्रभाव में आत्मविश्वास में सोच-विचार जुड़ते हैं और ध्यान संबंधों, सहयोग और साझा लक्ष्यों पर जाता है. यह समय नेतृत्व, संवाद और साझेदारी पर ध्यान देने का होता है. आइए देखें कि हर राशि पर सूर्य का यह गोचर कैसे प्रभाव डाल रहा है.
मेष
सूर्य आपके पांचवें घर के स्वामी हैं. तुला में सूर्य के गोचर से आपका ध्यान संबंधों, साझेदारी और सार्वजनिक बातचीत पर बढ़ता है. चूंकि सूर्य तुला राशि मे नीच के हैं, इसलिए व्यक्तिगत या पेशेवर संबंधों में कुछ गलतफहमियां हो सकती हैं. शांत और संतुलित संवाद बनाए रखना जरूरी है. सूर्य की दृष्टि आपके पहले घर पर आत्म-जागरूकता और भावनात्मक नियंत्रण को बढ़ावा देती है.
उपाय:
- प्रतिदिन उगते सूर्य को जल अर्पित करें.
- हर सुबह ॐ सूर्याय नमः का जप करें.
वृषभ
सूर्य आपके चौथे घर के स्वामी हैं. तुला में सूर्य का गोचर आपके छठे घर में स्वास्थ्य, सेवा और प्रतियोगिता पर ध्यान बढ़ाता है. जब सूर्य नीच के हों तो कार्यस्थल पर चुनौतियां या सहकर्मियों के साथ छोटे मतभेद हो सकते हैं. अनुशासन और विनम्रता बनाए रखना आवश्यक है. सूर्य की दृष्टि आपके बारहवें घर पर काम के तनाव और विश्राम में संतुलन बनाए रखने में मदद करती है.
उपाय:
- प्रतिदिन सूर्य को लाल फूल अर्पित करें.
- नियमित रूप से आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
मिथुन
सूर्य आपके तीसरे घर के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें घर में गोचर कर रहे हैं. इसका प्रभाव रचनात्मकता, बच्चों और शिक्षा पर पड़ता है. जब सूर्य नीच के हों तो विचार व्यक्त करने में आत्मविश्वास की थोड़ी कमी महसूस हो सकती है. फिर भी, सूर्य की दृष्टि ग्यारहवें घर पर मित्रों के माध्यम से लाभ दिलाने में मदद करती है, यदि आप विनम्रता और समझदारी से काम लेते हैं.
उपाय:
- रविवार को गेहूं और गुड़ का दान करें.
- प्रतिदिन 108 बार गायत्री मंत्र का जप करें.
कर्क
सूर्य आपके दूसरे घर के स्वामी हैं. यह आपके चौथे घर में गोचर कर रहे हैं, जिससे घर, परिवार और संपत्ति पर ध्यान बढ़ता है. परिवार में छोटी-मोटी गलतफहमियां हो सकती हैं. सूर्य की दृष्टि आपके दसवें घर पर कार्यस्थल में धैर्य और संयम बनाए रखने में मदद करती है.
उपाय:
- सूर्य को पानी में लाल चंदन मिलाकर अर्पित करें.
- शांति के लिए प्रतिदिन ॐ घृणी सूर्याय नमः का जाप करें.
सिंह
सूर्य आपके पहले घर के स्वामी हैं और यह आपके तीसरे घर में प्रवेश कर रहे हैं. इसका ध्यान संवाद, साहस और पहल पर रहता है. तुला के प्रभाव से आत्मविश्वास अस्थायी रूप से कम हो सकता है. सूर्य की दृष्टि आपके नौवें घर पर धैर्य और विश्वास बनाए रखने की सलाह देती है. भाई-बहनों के साथ अहंकार मत दिखाएं और विचार विनम्रता से व्यक्त करें.
उपाय:
- रविवार को तांबे की वस्तुएं दान करें.
- सूर्योदय के समय लाल फूल अर्पित करके सूर्य की पूजा करें.
कन्या
सूर्य आपके बारहवें घर के स्वामी हैं और यह आपके दूसरे घर में गोचर कर रहे हैं. इसका प्रभाव वित्त, परिवार और संवाद पर पड़ता है. थोड़े समय के लिए आर्थिक उतार-चढ़ाव या परिवार में संवाद की कमी हो सकती है. सूर्य की दृष्टि आपके आठवें घर पर धैर्य और आत्मनिरीक्षण से परिवर्तन लाने में मदद करती है.
उपाय:
- रविवार को गरीबों को गेहूं और गुड़ दें.
- सूर्य बीज मंत्र ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सूर्याय नमः का जाप करें.
तुला
सूर्य आपके ग्यारहवें घर के स्वामी हैं और यह आपके पहले घर में प्रवेश कर रहे हैं. इसका प्रभाव व्यक्तिगत विकास और आत्मविश्वास पर होता है. जब सूर्य नीच के हों तो ऊर्जा या आत्म-संदेह में कमी हो सकती है. सूर्य की दृष्टि आपके सातवें घर पर संबंधों में समझ और समझौता बनाए रखने में मदद करती है.
उपाय:
- रविवार को सूर्य को लाल गुलाब अर्पित करें.
- शक्ति और सकारात्मकता के लिए नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करें.
वृश्चिक
सूर्य आपके दसवें घर के स्वामी हैं और यह बारहवें घर में गोचर कर रहे हैं. ध्यान आध्यात्मिकता, विश्राम और छिपी हुई बातों पर रहेगा. कार्यस्थल पर गलतफहमियां या मान्यता की कमी हो सकती है. सूर्य की दृष्टि आपके छठे घर पर अनुशासन और संयम के साथ चुनौतियों को पार करने में मदद करती है.
उपाय:
- तांबे के बर्तन से सूर्य को पानी अर्पित करें.
- आत्मविश्वास और सफलता के लिए प्रतिदिन ॐ आदित्याय नमः का जाप करें.
धनु
सूर्य आपके नवें घर के स्वामी हैं और यह आपके ग्यारहवें घर में प्रवेश कर रहे हैं. इसका प्रभाव लाभ, आकांक्षाओं और सामाजिक दायरे पर होता है. जब सूर्य नीच के हों तो मान्यता पाने में अधिक प्रयास लग सकता है. सूर्य की दृष्टि आपके पांचवें घर पर रचनात्मक प्रयासों को धैर्य और फोकस के साथ सफल बनाने में मदद करती है.
उपाय:
- रविवार को सूर्य को लाल चंदन अर्पित करें.
- आत्मविश्वास के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
मकर
सूर्य आपके आठवें घर के स्वामी हैं और यह आपके दसवें घर में गोचर कर रहे हैं. इसका प्रभाव करियर, नेतृत्व और प्रतिष्ठा पर होता है. जब सूर्य नीच के हों तो कार्यस्थल पर ईगो मे टकराने से बचना चाहिए. सूर्य की दृष्टि आपके चौथे घर पर पेशेवर जिम्मेदारियों के साथ भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में मदद करती है.
उपाय:
- रविवार को गरीबों को गेहूं और गुड़ दें.
- पूर्व की दिशा में मुख करके प्रतिदिन ॐ सूर्याय नमः का जप करें.
कुंभ
सूर्य आपके सातवें घर के स्वामी हैं और यह आपके नवें घर से गोचर कर रहे हैं. इसका प्रभाव लंबी यात्रा, आध्यात्मिकता और शिक्षा पर होता है. जब सूर्य नीच के हों तो कानूनी या पार्टनरशिप वाले मामलों में सावधानी आवश्यक है. सूर्य की दृष्टि आपके तीसरे घर पर अनुशासित संवाद बनाए रखने में मदद करती है.
उपाय:
- प्रतिदिन उगते सूर्य को जल अर्पित करें.
- जरूरतमंदों को तांबे या लाल वस्त्र दान करें.
मीन
सूर्य आपके छठे घर के स्वामी हैं और यह आपके आठवें घर में प्रवेश कर रहे हैं. इससे आपका ध्यान स्वास्थ्य, परिवर्तन और छिपी हुई एबिलिटीज पर रहेगा. जब सूर्य नीच के हों तो एनर्जी लेवल थोड़े समय के लिए कम हो सकती है. सूर्य की दृष्टि आपके दूसरे घर पर संवाद और पारिवारिक समझ में सुधार लाने में मदद करती है, यदि ध्यान और सावधानी रखें.
उपाय:
- प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करें.
- रविवार को ब्राह्मण या जरूरतमंद को गेहूं और गुड़ दान करें.
Disclaimer: इस खबर में दी गई ज्योतिष शास्त्र की जानकारियों पर आधारित है. HIGHNEWS.IN इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए
गुरुश्री पं. हरिओम बुटोलिया, ज्योतिषाचार्य
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