Congress Meeting:HN/ कांग्रेस के अधिवेशन से एक दिन पहले मंगलवार (08 अप्रैल, 2025) को पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने भविष्य की रूपरेखा, जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) को सशक्त बनाने समेत संगठन की मजबूती, जवाबदेही तय करने और आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर मंथन किया. विस्तारित कार्य समिति की इस बैठक में अधिवेशन से संबंधित प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया.
अहमदाबाद के ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय स्मारक’ में आयोजित बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
बैठक में और कौन-कौन से नेता हुए शामिल?
बैठक में कार्य समिति के अन्य सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, राज्यों के कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भी इस बैठक में शामिल हुए.
कार्य समिति की बैठक के बाद अब नौ अप्रैल को अधिवेशन होगा. गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है. इस अधिवेशन का विषय ‘न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष’ होगा.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा. पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, ये सरदार पटेल और नेहरू के रिश्तों को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. देश को आज़ादी दिलाने और नवनिर्माण में नेहरू, गांधी और सरदार पटेल का अहम भूमिका रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों की मांगो को जिस तरह से नररअंदाज किया जा रहा है. वो पटेल का अपमान है.
बैठक में प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष से प्रियंका ने छुट्टी की अनुमति मांगी थी, संसद और अधिवेशन में मौजूद ना रहने के लिये. उनके विदेश में कुछ कार्यक्रम पहले से तय थे. इसलिये वो मौजूद नहीं हैं. उनके अलावा भी कई लोग नहीं थे किसी एक को लेकर सवाल उठाना ठीक नहीं. हाईन्यूज़ !