गाजा पट्टी में इजराइल और हमास के बीच पिछले 3 महीनों से छिड़ी जंग ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है. इस जंग में कई देश इजराइल के पक्ष में खड़े हैं, तो कई देश उसके खिलाफ हैं और फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं. साउथ अफ्रीका भी उन देशों में से है, जिसने गाजा पट्टी में रह रहे निर्दोष फिलिस्तीनियों की मौत को लेकर इजराइल के खिलाफ आवाज उठाई है. अब साउथ अफ्रीका क्रिकेट में भी इसका असर देखने को मिला है, जहां इजराइल का समर्थन करने पर उसने अपने कप्तान को ही हटा दिया है.
साउथ अफ्रीका में 19 जनवरी से आईसीसी मेंस अंडर-19 वर्ल्ड कप शुरू होने जा रहा है. इस वर्ल्ड कप की मेजबानी पहले श्रीलंका के पास थी लेकिन आईसीसी ने दो महीने पहले क्रिकेट श्रीलंका को सस्पेंड कर दिया था, जिसके बाद ये टूर्नामेंट साउथ अफ्रीका को सौंप दिया गया. अब साउथ अफ्रीका ने इसके लिए तैयारी तो पूरी की है लेकिन इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष की परछाई इस वर्ल्ड कप पर भी छाए रहने के कारण उसकी टेंशन बढ़ गई है.
हिंसक प्रदर्शनों के डर से लिया फैसला
इसी टेंशन को कम करने की कोशिश में क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड कप से ठीक 7 दिन पहले अपने कप्तान डेविड टीगर को हटा दिया. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने शुक्रवार 12 जनवरी को एक बयान जारी करते हुए कहा कि वर्ल्ड कप के दौरान गाजा में चल रही लड़ाई को लेकर टूर्नामेंट के वेन्यू के पास प्रोटेस्ट हो सकते हैं. बोर्ड ने साथ ही बताया कि ये विरोध खास तौर पर अंडर-19 टीम के कप्तान डेविड टीगर को लेकर हो सकते हैं, जो हिंसक भी हो सकते हैं और विरोधी गुटों में टकराव की आशंका भी इसमें बनी हुई है.
साउथ अफ्रीकी बोर्ड ने टीगर को हटाने की जानकारी देते हुए कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में अंडर-19 टीम, साथी खिलाड़ी और खुद टीगर की भलाई को ध्यान में रखते हुए उन्हें कप्तानी से हटाया जा रहा है. हालांकि बोर्ड ने साफ किया कि टीगर टीम के साथ बने रहेंगे और नए कप्तान का ऐलान जल्द किया जाएगा.
इजराइल आर्मी को किया था सपोर्ट
असल में डेविड टीगर का एक बयान इस पूरे विवाद की जड़ बना था. डेविड टीगर खुद एक यहूदी हैं और अक्टूबर 2023 में साउथ अफ्रीका के एक यहूदी संगठन ने उन्हें साल का सर्वश्रेष्ठ युवा अवॉर्ड से सम्मानित किया था. उस दौरान टीगर ने इजराइल सेना IDF का समर्थन किया था. टीगर ने कहा था कि उन्हें भले ही ये अवॉर्ड मिला है लेकिन असली ‘यंग अचीवर’ इजराइल के युवा सैनिक हैं. उन्होंने अपने अवॉर्ड को इजराइली सैनिकों को समर्पित किया था.
भारत-साउथ अफ्रीका मैच में भी विरोध
इसके बाद साउथ अफ्रीका में मौजूद फिलिस्तीन एकजुटता संगठन ने टीगर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. उन्होंने टीगर के बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना था. उन्होंने क्रिकेट साउथ अफ्रीका और साउथ अफ्रीकी ओलिंपिक संघ से इसकी शिकायत की थी. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने इसकी स्वतंत्र जांच की थी जिसमें टीगर को क्लीन चिट मिली थी. इसके बाद ही उन्हें साउथ अफ्रीका अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया था. हालांकि इसके बाद कुछ फिलिस्तीन समर्थकों ने भारत-साउथ अफ्रीका टेस्ट मैच के दौरान विरोध प्रदर्शन किया था, जिन्हें पुलिस ने स्टेडियम से हटा दिया था. हाईन्यूज़ !