तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (11 नवंबर) को सिकंद्राबाद पहुंचे. इस दौरान पीएम की जनसभा के दौरान एक लड़की लाइट-साउंड के लिए बनाए गए एक टावर पर चढ़ गई. पीएम मोदी ने जब लड़की को टावर पर चढ़ते देखा तो उसे नीचे उतरने की अपील की.
पीएम मोदी ने लड़की से कहा, “बेटी मैं आपकी बात सुनूंगा, नीचे उतर जाओ…” लड़की प्रधानमंत्री से बात करना चाहती थी. इससे पहले उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता गरीबों का कल्याण करना है.
तेलंगाना के लोगों को निराश किया
बीआरएस सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 साल पहले यहां बनी सरकार तेलंगाना के गौरव और सम्मान की रक्षा नहीं कर सकी. दुनिया तेलंगाना के लोगों की क्षमताओं की सराहना करती है. हालांकि, तेलंगाना सरकार ने लोगों को निराश किया है.
केसीआर ने दलितों की आकांक्षाओं को कुचला
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “आंदोलन के समय लोगों से वादा किया गया था कि किसी दलित को तेलंगाना का पहला सीएम बनाया जाएगा. हालांकि, राज्य के गठन के बाद केसीआर सीएम बने और इस तरह उन्होंने दलितों की आकांक्षाओं को कुचल दिया.”
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
उन्होंने कहा कि बीआरएस दलित विरोधी है और कांग्रेस भी उसी की तरह है. बीआरएस ने नए संविधान की मांग करके बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया. कांग्रेस का भी यही इतिहास है. कांग्रेस ने बाबा साहेब को दो बार चुनाव नहीं जीतने दिया.
BRS की तरह ही कांग्रेस का इतिहास भी दलितों से, पिछड़ों से नफरत का रहा है. जब बीजेपी ने रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया, तो कांग्रेस ने उन्हें हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी और जब वे राष्ट्रपति बने तो भी कांग्रेस ने उनका तिरस्कार किया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एक महिला को भारत का पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव रखा, तो कांग्रेस ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का भी विरोध किया. जब दलित सरकारी अफसर हीरालाल सामरिया को चीफ इन्फॉर्मेशन कमिश्नर बनाया गया, तो कांग्रेस ने उनका शपथ समारोह का भी विरोध किया. कांग्रेस नहीं चाहती थी एक दलित अफसर इतना बड़ा सरकारी पद पर जाए. हाईन्यूज़ !