उत्तरी गोवा के अरपोरा गांव में एक नाइट क्लब में शनिवार (6-7 दिसंबर 2025) की देर रात आग लगने से कम से कम 25 कर्मचारियों की मौत हो गई. मामले पर गोवा पुलिस प्रमुख आलोक कुमार ने पीटीआई को बताया कि आग सिलेंडर फटने के कारण लगी. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस महानिदेशक ने कहा, “कम से कम 23 शव बरामद किए गए हैं. मरने वालों में क्लब के कर्मचारी शामिल थे.”
गोवा पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने बताया कि कुछ लोगों की जान आग की लपटों से गई, जबकि कई की मौत दम घुटने से हो गई. पुलिस ने यह भी बताया कि क्लब में उस समय बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई. हादसे में मरने वालों कि सूची में 20 आदमी और 3 औरतें शामिल है.
हादसे की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत देर रात ही मौके पर पहुंच गए. उन्होंने इसे अत्यंत दुखद घटना बताते हुए कहा कि पूरी जांच कराई जाएगी और अगर कहीं भी सुरक्षा मानकों में लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह भी माना कि मरने वालों में तीन से चार पर्यटक शामिल हैं, जो छुट्टियां मनाने गोवा आए थे.
रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चला, कई लोगों की जान बचाई गई
दमकल विभाग और पुलिस टीमों ने रातभर राहत कार्य चलाया. धुआं और ऊंची लपटें रेस्क्यू में बड़ी बाधा साबित हुईं, लेकिन दर्जनों लोगों को समय रहते बाहर निकाला जा सका. स्थानीय विधायक माइकल लोबो ने बताया कि आग पर काबू पाने में पूरी रात लग गई और अब सभी नाइट क्लबों में अग्नि सुरक्षा का विशेष ऑडिट कराया जाएगा, ताकि ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोका जा सके.
देशभर के पुराने हादसे याद दिलाते हैं सुरक्षा की कमी
भारत में आग की घटनाएं अक्सर सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण ही होती हैं. हाल के कुछ हादसे इस बात का सबूत हैं. हैदराबाद में तीन मंजिला इमारत में आग से 17 लोग मारे गए, कोलकाता के एक होटल में आग ने 15 लोगों की जान ले ली और गुजरात के मनोरंजन पार्क में लगी आग में 24 लोगों की मौत हुई. हाईन्यूज़ !
















