देश के शहरों की विकास की गति इतनी तेज है कि जल्द ही भारत अमेरिका जैसे विकसित देशों को मेट्रो नेटवर्क के मामले में पीछे छोड़ देगी और इस क्रांतिकारी बदलाव का केंद्र बिंदु हैदराबाद जैसा शहर हैं. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से दिए गए संकेतों ने न केवल इस तेजी को रेखांकित किया है, बल्कि यह भी बताया है कि केंद्र सरकार अब दिल्ली से बाहर निकरकर सीधे शहरों की समस्याओं को सुलझाने के नए अंदाज पर काम कर रही है.
केंद्रीय मंत्री ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री की तारीफ की
मनोहर लाल खट्टर ने स्पष्ट किया कि भारत मेट्रो नेटवर्क के मामले में अमेरिका के 1,400 किलोमीटर के आंकड़े को पार करने के करीब है, क्योंकि देश में 1,100 किलोमीटर का नेटवर्क पहले ही तैयार हो चुका है और 800-850 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क अभी निर्माणाधीन है. उन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की खास तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हैदराबाद मेट्रो में केंद्र की भागीदारी में आ रही बाधाओं को दूर कर एक उदाहरण पेश किया है, जिससे अब केंद्र जल्द ही अपनी भागीदारी पूरी करेगा.
मूसी नदी परियोजना के लिए केंद्र ने जताई प्रतिबद्धता
मूसी नदी के पुनर्जीवन की लंबित मांग पर भी केंद्र ने ठोस प्रतिबद्धता जताई है. खट्टर ने कहा कि इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार, एशियन डेवलपमेंट बैंक और अन्य एजेंसियों से फंडिंग का एक व्यापक प्लान तैयार है. इसका पहला चरण जल्द शुरू होगा, जिसमें न केवल नदी तट विकास पर ध्यान दिया जाएगा, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण रूप से गंदे पानी का उपचार करके ही नदी में छोड़ा जाएगा, ताकि मूसी नदी को वापस जीवंत किया जा सके.
यह बदलाव सिर्फ परियोजनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि गवर्नेंस के सोच में बदलाव की ओर इशारा करता है, जहां केंद्र अब PMAY और जलापूर्ति जैसी शहरी समस्याओं को भी प्राथमिकता दे रहा है.
CM रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद के विकास में मदद के लिए केंद्र से किया अनुरोध
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्र से हैदराबाद को तेजी से विकसित करने में मदद मांगते हुए मेट्रो रेल विस्तार, मूसी पुनर्जीवन और क्षेत्रीय रिंग रोड जैसी परियोजनाओं को तत्काल मंजूरी देने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि तेलंगाना का लक्ष्य 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत का योगदान देना है. उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारी प्रतिस्पर्धा दूसरे राज्यों से नहीं, बल्कि टोक्यो, सिंगापुर और न्यूयॉर्क जैसे शहरों से है. इसके लिए ‘भारत फ्यूचर सिटी’ परियोजना को भारत के लिए खेल बदलने वाला साबित किया जाएगा.
9 दिसंबर, 2025 को जारी होने वाले ‘तेलंगाना राइजिंग 2047’ विजन डॉक्यूमेंट में 2034 तक 1 ट्रिलियन डॉलर और 2047 तक 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है. हाईन्यूज़ !


















