Hand Grenade Explodes in Bhopal:HN/ मध्य प्रदेश के भोपाल से एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां बुधवार को मॉक ड्रिल के दौरान हैंड ग्रेनेड फटने से दो कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना 25वीं बटालियन परिसर की ट्रेनिंग के दौरान हुई, जहां सुरक्षाकर्मी तैयारी के दौरान अभ्यास के लिए ग्रेनेड का इस्तेमाल प्रदर्शन कर रहे थे. विस्फोट में हेड कांस्टेबल विशाल सिंह और संतोष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज जारी
बताया जा रहा है कि दोनों घायलों का प्राइवेट अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज कराया जा रहा है. भोपाल पुलिस अधिकारी ने विस्फोट होनें का सही कारण पता करने को कहा है. यह ड्रिल भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पार तनाव को देखते हुए अभ्यासों का हिस्सा था. 12 मई को दोनों देशों के बीच युद्ध रोकने पर सहमति हुई.
मॉक ड्रिल क्या होता है?
चलिये अब बात करते हैं कि क्या होता है मॉक ड्रिल. मॉक ड्रिल किसी भी देश में युद्ध से पहले होने वाली तैयारी का अभ्यास है, जिसका मतलब यह होता है कि हर तरह के हमले से बचने के लिए लोगों को क्या करना चाहिए. दुश्मन के हमले से बचने के लिए और अपनी तैयारी को जानने के लिए मॉक ड्रिल की जाती है. मॉक ड्रिल से लोगों को अपनी कमियों का पता चलता है, जिसके लिए उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाती है. साथ ही साथ लोगों को यह भी बताया जाता है कि इस दौरान उन्हें कैसे खुद को और अपने परिवार वालों को सुरक्षित करना चाहिए. मॉक ड्रिल के दौरान सारे शहर में लाइट बंद की जाती है. लोग खुद को बचाने का प्रयास करते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध से बचने के लिए 7 मई को भारत के कुछ हिस्सों में भी मॉक ड्रिल का प्रयास किया गया था. हाईन्यूज़ !