India-Bangladesh Relations:HN/ भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते लगातार खराब हो रहे हैं. इसी बीच बांग्लादेश ने कोलकाता और त्रिपुरा से अपने 2 डिप्लोमैट्स को वापस बुला लिए हैं. अगरतला में 2 दिसंबर को बांग्लादेशी हाई कमीशन में तोड़-फोड़ की घटना हुई थी. इसके अलावा कोलकाता में भी डिप्टी हाई कमीशन के बाहर विरोध प्रदर्शन हुए थे.
कोलकाता में बांग्लादेश के एक्टिंग डिप्टी हाई कमिश्नर मोहम्मद अशरफुर रहमान ढाका गए हैं. यहां उन्होंने बांग्लादेशी सरकार के फॉरेन एडवाइजर तौहीद हुसैन से मुलाकात भी की थी. उन्होंने यहां पर अगरतला में हुए हमले और ताजा हालात की जानकारी दी.
बांग्लादेश में भी हो रहे हैं प्रदर्शन
अगरतला-कोलकाता की घटना के बाद बांग्लादेश में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बांग्लादेशी नेताओं ने गुरुवार को ढाका में भारतीय साड़ी जलाकर इंडियन प्रोडक्ट्स को बायकॉट करने की अपील की. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगता है कि 2 दिसंबर को भारतीय हिंदुत्व संगठनों के समर्थकों ने अगरतला के हाई कमीशन में बांग्लादेशी झंडे का अपमान किया था.
कोलकाता व्यापार मेले में नहीं आए बांग्लादेशी व्यापारी
बांग्लादेश में जारी अशांति और अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरों के बीच पड़ोसी देश के व्यापारी कोलकाता व्यापार मेले में नहीं आए, लेकिन स्थानीय व्यापारियों ने उनके स्टॉल का प्रबंधन संभाला और उनके उत्पाद बेचे. हितधारकों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
भारतीय व्यापार मेलों में पारंपरिक जामदानी साड़ियों और एफएमसीजी उत्पादों को बेचने के लिए मशहूर व्यापारी बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन और वहां मानवाधिकार संकट के मद्देनजर वीजा प्रतिबंधों के कारण इस अस्थायी बाजार में शामिल नहीं हो पाए हैं. आयोजकों के अनुसार, कम से कम सात बांग्लादेशी व्यापारी, वीजा हासिल करने में असफल रहे.
रांची में हुए विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों और संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड में विभिन्न हिंदू संगठनों ने बृहस्पतिवार को रैलियां निकालीं और प्रदर्शन किए. रांची में, विभिन्न हिंदू और सामाजिक संगठनों के सदस्य मोराबादी मैदान में बापू वाटिका पर एकत्र हुए, जहां प्रमुख नेताओं ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया.
सनातन सरना समाज के राकेश लाल ने कहा कि सर्व सनातन समाज और उससे जुड़े समूह बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन रांची के उपायुक्त को सौंपा गया. हाईन्यूज़ !