MP Assembly Election 2023:HN/ मध्य प्रदेश में मतदान हुए दो दिन हो चुके हैं, लेकिन चुनावी हिंसा की खबरें अभी भी आ रही हैं. शिवपुरी (Shivpuri) जिले के नरवर थाना क्षेत्र के चकरामपुर गांव में चुनावी हिंसा में ट्रिपल मर्डर का मामला सामने आया है. घटना के विरोध में रविवार (19 नवंबर) को क्षत्रिय समाज के लोगों ने चक्का जाम कर दिया. इसी दौरान चकरामपुर में आरोपियों की पांच पक्की दुकानें बुलडोजर से ढहा दी गईं. इस घटना को लेकर इलाके में तनाव बना हुआ है.
दरअसल, शिवपुरी जिले की नरवर तहसील के चकरामपुर गांव में रविवार को मतदान के बाद भदौरिया परिवार के तीन लोगों की हत्या का मामला चुनावी हिंसा से जुड़ा बताया जा रहा है. बीजेपी प्रत्याशी और शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे सुरेश धाकड़ ने कहा कि मृत महिला का घायल बेटा राजेंद्र भदौरिया बीजेपी की तरफ से पोलिंग एजेंट था. वह अभी ग्वालियर में भर्ती है. वहीं मृतक परिवार के नाराज परिजनों ने उचित ने कार्रवाई और मांग को लेकर रविवार को नरवर-मगरौनी मार्ग पर शाम पांच बजे चक्का जाम कर दिया.
राजेंद्र भदौरिया ने क्या कहा
इस धरना प्रदर्शन में बीजेपी प्रत्याशी सुरेश धाकड़ भी शामिल हुए. हालांकि, प्रशासन की समझाइश के बाद करीब साढ़े आठ बजे आक्रोशित लोग शव को लेकर चले गए, जिसके बाद यातायात बहाल हो पाया. वहीं, जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने राजेंद्र भदौरिया का वीडियो बनाया था. वीडियो में उसने कहा “दो वोटों को लेकर लफड़ा हो गया था. मैं बीजेपी का एजेंट था. मेरे गांव में जातिवाद चलता है, जिनसे हमारा विवाद था, वे कैलाश (कांग्रेस प्रत्याशी) के पक्ष में फर्जी वोट डालने आए थे.”
राजेंद्र भदौरिया ने विडियों में कहा कि मैंने उन्हें टोक दिया. इसके बाद शाम को हम बोलेरो से लौट रहे थे, तब उन्होंने हमें पकड़ लिया और हमला किया. बता दें कि बीजेपी पोलिंग एजेंट राजेंद्र की मां आशा भदौरिया (42 वर्ष), चाचा लक्ष्मण भदौरिया और ममेरे भाई के भतीजे अमर सिंह उर्फ हिमांशु सेंगर (20 वर्ष) की इस घटना में मौत हो चुकी है. हादसे में राजेंद्र भदौरिया पिता मुन्ना भदौरिया, छोटा भाई योगेंद्र उर्फ भोला भदौरिया (27) और ममेरा भाई सौरभ सेंगर (25) का ग्वालियर में इलाज चल रहा है. राजेंद्र के पिता मुन्ना भदौरिया की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. मामले में 25 लोगों पर केस दर्ज हुआ है. 14 की गिरफ्तारी हो चुकी है. हाईन्यूज़ !