Maha Kumbh 2025:HN/ उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मांग हो रही है कि हिंदुओं के लिए सनातन बोर्ड का गठन किया जाए. संतों और महंतों की मांग है कि मंदिरों से सरकारी नियंत्रण खत्म हो.
इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने साधु संतों के सनातन बोर्ड बनाने की मांग को मौलाना का साथ भी मिल गया है.
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए. दरअसल ये आवाज़ सबसे पहले कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने उठाई थी. वह सनातन बोर्ड के गठन का समर्थन करते हैं और भारत सरकार से मांग की है कि वक्फ बोर्डो के तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाए.
वहीं मौलाना ने सनातन बोर्ड के गठन के लिए भारत सरकार को एक प्रकिया का सुझाव देते हुए कहा कि भारत सरकार ने पूरे भारत के वक्फ बोर्ड्स पर उच्च स्तरीय राष्ट्रीय वक्फ काउन्सिल बनाई है. फिर राज्य स्तरीय वक्फ बोर्डों क गठन किया है. राज्य स्तरीय बोर्ड राष्ट्रीय वक्फ काउन्सिल के अधीन है.बिल्कुल इसी तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाएं , ताकि गरीब व कमजोर और लाचार हिंदुओं की आर्थिक, समाजिक और शैक्षणिक स्थिति मजबूत हो. यह देश के लिए बहुत बड़ा काम होगा.
उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड का जब गठन किया गया था तो इसी सोच के तहत किया गया था, कि गरीब, कमजोर, लाचार, और बेवा लोगों की मदद होगी, मगर बोर्ड के जिम्मेदारान ऐसा नहीं कर सके.
अखिलेश यादव पर उठाए सवाल
इसके अलावा मौलाना ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जी अपने राजनीतिक एजेंडा PDA को भगवान का दर्जा दिया है. उनको ये समझना चाहिए कि भगवान की तुलना किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक पार्टी के एजेंडे से नहीं दी जा सकती है। वह कुम्भ के मेले के बहाने से सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं. हाईन्यूज़ !