MP News:HN/ मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने रायसेन में आयोजित एक कार्यक्रम में शिक्षकों के बीच मंच से कहा कि ऐसे 500 शिक्षकों को व्यक्तिगत तौर जानता हूं जो स्कूल नहीं जाते और जिन्होंने किराए पर लोग रखे हैं. उन्होंने कहा कि उनके खुद के जिले में लगभग ऐसे 100 शिक्षक होंगे. शिक्षा मंत्री के बयान पर कांग्रेस ने तंज कसा है.
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर रायसेन जिले में सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें पूरे प्रदेश के शिक्षकों ने हिस्सा लिया. इस सम्मेलन के दौरान शिक्षकों ने अपनी पीड़ा बताते हुए सरकार के सामने कई मांगों को लेकर गुहार लगाई.
इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह को विशेष अतिथि के रूप में बुलाया गया था. वे मंच से शिक्षकों की बातों को सुनते रहे. इसके बाद जब उनका अवसर आया तो उन्होंने ऐसा उद्बोधन दिया जिससे शिक्षकों के कान खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि यह दुख का विषय है कि मध्य प्रदेश के कई शिक्षकों ने अपने स्कूलों में किराए पर लोगों को पढ़ाने के लिए रखा है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि व्यक्तिगत रूप से वे ऐसे 500 शिक्षकों को जानते हैं. उनके जिले में भी ऐसे शिक्षकों की संख्या 100 से कम नहीं होगी.
सुरक्षाकर्मी का शिक्षकों को दिया उदाहरण
स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह यही नहीं रुके. उन्होंने अपने सुरक्षाकर्मी का उदाहरण देते हुए कहा कि ₹35,000 महीने में सुरक्षाकर्मी 24 घंटे की ड्यूटी देते हैं. इन सुरक्षा कर्मियों से शिक्षकों को भी सबक लेना चाहिए. शिक्षकों को ₹80,000 महीना तक वेतन मिल रहा है. बावजूद इसके उन्होंने पढ़ाने के लिए कुछ लोगों को काम पर रख रखा है. यह बहुत ही दुखद है. मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों के फलने फूलने का एक कारण यह भी है.
कांग्रेस ने स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान पर उठाए सवाल
मध्य प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के बयान पर कांग्रेस ने सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल उठाए. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी शिक्षा व्यवस्था को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान को सोशल मीडिया के माध्यम से जनता के बीच रखा है. हाईन्यूज़ !