माफिया अशरफ के साले सद्दाम को बरेली के सेंट्रल जेल 2 की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. बैरक के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी मदद से जेल प्रशासन सद्दाम की हर गतिविधि पर नजर रख रहा है.वहीं सूत्रों के मुताबिक, सद्दाम का जेल में समय नहीं कट रहा है. वह बैरक में चहलकदमी करता रहता है. वह कहीं भी एक जगह नहीं बैठता. वह ढंग से खाना भी नहीं कर रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, सद्दाम ने जेल प्रशासन से अरबी में लिखी हुई कुरान पढ़ने के लिए मांगी, जिसपर जेल प्रशासन की ओर से हिंदी में लिखी कुरान पढ़ने के लिए दी गई, लेकिन उसने इसे वापस कर दिया. दरअसल, जेल में लाइब्रेरी में अरबी में कुरान ना होने का हवाला देते हुए जेल प्रशासन ने उसकी इच्छा पूरी करने से साफ इनकार कर दिया.
सद्दाम इन लोगों से मिलना चाहता है
जेल प्रशासन ने सद्दाम की दूसरे लोगों से मुलाकात पर पूरी तरीके से रोक लगा दी है. अब सद्दाम ने भांजे, दोस्त और बहन से मिलने की इच्छा जाहिर की है. इसके अलावा एक कोई उसके परिवार का सदस्य है. इन सभी लोगों से मिलने के लिए सद्दाम बेताब है. हालांकि, जेल प्रशासन ने इन चार लोगों के नाम का सत्यापन करने के लिए प्रयागराज कमिश्नर रमित शर्मा को एक पत्र भेज दिया है. सत्यापन के बाद ही उसकी मुलाकात हो सकेगी.
अतीक-अशरफ का पूरा धंधा सद्दाम ही संभाल रहा था
माफिया अतीक और अशरफ के जेल जाने के बाद साले सद्दाम ने ही पूरा धंधा संभाल रखा था. पुलिस जांच में सामने आया है कि सद्दाम ने प्रयागराज में अतीक और अशरफ के नाम से 300 करोड़ रुपए प्रॉपर्टी में निवेश किया. इस काम के लिए धूमनगंज के दो गुर्गे सद्दाम के मददगार बने.
सद्दाम के फरार होने के बाद दोनों प्रॉपर्टी की देखरेख भी कर रहे थे. दोनों मददगारों की कुंडली निकालने के लिए बरेली पुलिस की एक टीम प्रयागराज जाएगी, जिससे दोनों ब्योरा जुटा सकें और आगे की कार्रवाई की जा सके. वहीं बरेली के पीलीभीत बायपास रोड स्थित एक बारात घर मालिक भी सद्दाम से लगातार संपर्क में था इस बात पर करीब-करीब मोहर लग गई है. हाईन्यूज़ !